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पत्तों की चोरी | Patton Ki Chori
वादे में तुमसे छाँव मांगी थी जो तुमने मुस्कुरा कर कुर्बान की थी दिन बीते रतें कटी फिर अचानक दुर्घटना घटी सूखी थी तुम्हारी एक एक डाली और...
Jui Karhadkar
Aug 21, 20241 min read
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